मिर्गी रोग का आयुर्वेदिक इलाज़
दोस्तों मिर्गी एक ऐसा
भयंकर रोग है
जिसकी चपेट में
रोगी कही भी
और कभी भी
आ जाता है
।
१०० ग्राम अकरकरा , १००
ग्राम शहद तथा
१०० ग्राम पुराना
सिरका ले और
सबसे पहले सिरके
और अकरकरा को
मिलाये अच्छी तरह से
फेंटे उसके बाद
उसमे शहद मिला
दे और एक
चम्मच के लगभग
रोज़ सुबह रोगी
को चटा दे
इससे मिर्गी के
रोग में आराम
मिलेगा ।
हर रोज़ एक
चम्मच शहद में
एक ग्राम के
लगभग बच का
चूर्ण मिलकर रोगी
को खिलने से
पुरानी मिर्गी का रोग
भी दूर हो
जाती है ।
जब डोरा पड़ने
से मरीज़ बेहोश
हो गया हो
तो उसे लहसुन
कूट कर सुंघा
देने से उसे
होश आ जाता
है ।
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