काली मिर्च के औषधीय गुण
एक गिलास पानी में अदरक और ३ या ४ काली मिर्च मिलाकर पकाए | पकते – पकते
जब पानी की मात्रा आधी रह जाये तो इसे छानकर पीये | इस प्रयोग से खांसी ठीक हो
जाती है | चाय की जगह पर इस काढ़े का ही प्रयोग करे |
अधिक खांसी होने पर २ या ३ काली मिर्च
को मूंह में रखकर चूसते रहे इससे खांसी में तुरंत आराम मिल जाता है और नींद भी
अच्छी आती है |
सिर दर्द होता हो या हिचकी आती हो तो काली
मिर्च के ३ या ४ दाने को जलाकर इसके धुएं को सूंघे | इससे सिर का दर्द और हिचकी
ठीक हो जाती है |
( काली मिर्च के उपयोग से हम बवासीर की बीमारी को ठीक कर सकते है | )
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काली मिर्च के औषधीय गुण, kali mirch se labh aur fayde, काली मिर्च से घरेलु नुस्खे, काली मिर्च के फायदे, Black Pepper Health Benefits in Hindi |
उपयोग करने की विधि :- जीरा , और
काली मिर्च को पीसकर बारीक़ कर लें | इस चूर्ण में एक चम्मच चीनी या मिश्री मिलाकर
सेवन करें | इस मिश्रण का उपयोग दो या तीन बार करने से ही बवासीर जैसी बीमारी
समाप्त हो जाती है | इसके आलावा शीतपित्त की बीमारी को ठीक करने के लिए कुछ काली
मिर्च के दाने को पीसकर बारीक़ कर लें | इस बारीक़ चूर्ण में एक चम्मच शुद्ध देशी घी
और थोड़ी सी मात्रा में शक्कर मिलाकर रोगी मनुष्य को देने से इस बीमारी से छुटकारा
पाया जा सकता है |
जब कोई मनुष्य खांसी की बीमारी से पीड़ित होता है तो वह शारीरिक रूप से बहुत
कमजोर हो जाता है | रोगी मनुष्य की इस कमजोरी और खांसी को ठीक करने के लिए
आयुर्वेदिक तरीके का उपयोग किया जा सकता है | यह उपाय बहुत सरल और सस्ता है | जो
हर मनुष्य अपने घर में ही कर सकता है |
जैसे
:-
( सामग्री )
काली मिर्च :- २० ग्राम
बादाम :- १०० ग्राम
मिश्री :- १५० ग्राम
बनाने की विधि :- काली मिर्च और
बादाम को कूटकर या पीसकर बारीक़ चूर्ण बना लें | इस चूर्ण में मिश्री को कूटकर मिला
ले | हम मिश्री के स्थान पर खांड का भी उपयोग कर सकते है | अब इन तीनो के मिश्रण
को किसी कांच की शीशी में भरकर किसी सुरक्षित जगह पर रख दे | रोजाना इस मिश्रण की
एक ग्राम की मात्रा सुबह के समय और रात के समय हल्के गर्म दूध के साथ या पानी के
साथ खाएं | इस प्रकार के उपचार से शरीरिक कमजोरी तो दूर होती है साथ ही साथ पुरानी
से पुरानी खांसी भी ठीक हो जाती है |
ध्यान देने योग्य बातें :- काली मिर्च बहुत ज्यादा गर्म होती है इसलिए गर्भवती
महिला और दो साल से कम उम्र के बच्चों को इसका उपयोग नहीं करना चाहिए | इसका उपयोग
उनकी सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है |
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