दिल की बीमारी ह्य्चुल और हृदय की धमनी अवरोध का आयुर्वेद
के द्वारा इलाज
अर्जुन क्वाथ :-
३०० ग्राम
विधि :- इसकी बिलकुल साधारण सी विधि है , एक मिटटी या
लोहे के बर्तन में ४ कप पानी , एक कप दूध , और तीन कप पानी में ५ ग्राम अर्जुन
क्वाथ को मिलाकर धीमी – धीमी आंच पर पकाए | पकते पकते जब यह मिश्रण एक कप पानी रह
जाए तो इसे छानकर रोजाना खाली पेट सुबह के समय और शाम को खाना खाने से लगभग एक
घंटा पहले पी ले | इस विधि का उपयोग करने से हमारे शरीर और दिल को बहुत फायदा होगा |
सामग्री
:-
A.
मोतीपिष्टि :- ४ ग्राम
B संग्येशव पिष्टी :- १०
ग्राम
C. अकिक
पिष्टी :- ५ ग्राम
D. अमृतासत :- १०
ग्राम
E. योगेंदर रस :- १ ग्राम
F. जहरमोहरा
पिष्टी :- ५ ग्राम
G. अभ्रक भस्म :- ५ ग्राम
इन दी गई सभी औषधियों को मिलाकर एक मिश्रण तैयार करे | इस
मिश्रण की एक ही बराबर मात्रा की ६० पुड़िया बनाकर किसी बंद डिब्बे में रख दे | और
रोजाना एक पुडिया सुबह नाश्ते के समय और एक पुडिया रात को खाना खाने के आधा घंटा
पहले खाए | इस औषधि को पानी या फिर शहद के साथ खाए | गाय के दूध के साथ इस औशधि का
सेवन करने से हमारी सेहत को काफी लाभ मिलेगा |
ब्लड प्रेशर की जांच नियमित रूप से करवाते रहे , दिल के मरीजों के लिए बहुत अच्छा है |
3 . सामग्री
:-
A. हृदयामृत वटी
:- ४० ग्राम
B.
आरोग्यवर्धानी वटी :- ४० ग्राम
इस औषधी की २ – २
गोली रोजाना सुबह नाश्ते के बाद और रात को खाना खाने के बाद गुनगुने पानी
के साथ खाए | इससे हमारे शरीर को फायदा मिलता है |
नोट :- यदि पीड़ित व्यक्ति का रोग बढ़ जाता है तो ऐसी अवस्था
में योगिएंदर रस की २ -३ ग्राम की मात्रा का प्रयोग कर सकते है |
हदय रोग से बचने की विधि -- नियमित रूप से व्यायाम करे,
- अधिक चर्बी जमा न होने दे ,
- अपने पार्टनर के साथ सेक्स करे और मन को तनाव मुक्त रखे ,
- healthy physical relation से तनाव कम होता है और दिल संबंधी रोग का खतरा कम होता है ,
- अपने BP को control में रखे ,
- डॉक्टर से रूटीन चेक उप जरूर करवाए ,
सूखी खांसी
सामग्री :-
·
सितोपलादि चूर्ण :-
५० ग्राम
·
गोदंती
:- ५ ग्राम
·
टंकन भस्म :-
१० ग्राम
·
अभ्रक भस्म :-
५ ग्राम
इन सभी सामग्रियों को आपस में मिला ले | इस मिश्रण की बराबर
मात्रा में २ महीने के लिए ६० समान पुडिया बना ले | और किसी डिब्बे में बंद करके
रख दे | प्रतिदिन एक पुडिया सुबह नाश्ते के समय और रात के समय खाना खाने से लगभग
आधा घंटा पहले खा ले | इस औषधी का उपयोग पानी , शहद मलाई या फिर गाय के दूध के साथ
करे |
लक्ष्मी विलास रस
:- ४० ग्राम
त्रिबुवन कीर्ति रस :- ४० ग्राम
इन दोनों की रोजाना एक – एक गोली सुबह – शाम खाना खाने के
बाद हल्के गर्म पानी से खाएं | इस उपयोग
को करने से सूखी खांसी से छुटकारा मिल जाता है |
परहेज :- इस औषधि का उपयोग करने के बाद हमें कुछ चीजों का परहेज करना होगा जैसे :- घी , तेल , मैदा , तली हुई चीजे , जंक फूड, संश्लेषित आहार , का प्रयोग न करे केवल घर में बने शुद्ध और ताजी भोजन का ही प्रयोग करे , बाजारी भोजन को त्याग दे | साथ ही साथ हमे कुछ प्रभावकारी योग या प्रणायाम का अभ्यास करना चाहिए |
कफ का इलाज |
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