अगस्त पेड़ का दवाई के रूप में प्रयोग :-
आधाशीशी का उपचार अगस्त पेड़ से
:- आधाशीशी की बीमारी में मनुष्य के आधे सिर में दर्द होता है । सामान्य तौर पर सभी लोग
इस प्रकार के दर्द में दर्द नाशक दवाई लेते है और दूसरी बिमारियों को आमंत्रित
करते है , इसको ठीक करने के लिए सिर के जिस तरफ दर्द हो उसके दूसरे तरफ के नाक के नथुने में अगस्त के पत्ते और फूलों को पीसकर उसके रस की ३- ४
बूँद
डालने से जल्दी आराम मिलता है । pain killer दवाई
का प्रयोग इसके
उपयोग से नाक में होने वाला दर्द भी ठीक हो जाता है ।
मिर्गी रोग का इलाज अगस्त पौधे से :-
मिर्गी की बीमारी बड़े – बूढों के आलावा बच्चों में भी पाई जाती है । इस बीमारी में रोगी को
चक्कर आता है और मानसिक संतुलन खो देता है , मानसिक संतुलन खोने की वजह से शरीर के
दूसरे हिस्से भी काम करना बंद कर देते है , इस बीमारी को दूर करने के लिए अगस्त के पौधे का उपयोग किया जा सकता है । यदि किसी बालक को यह बीमारी है तो उसे अगस्त के दो पत्तों को पीसकर उसके रस में आधी मात्रा में काली मिर्च मिलाकर रुई में भिगो दे । इस भीगी हुई रुई को नाक के छेद के पास रखने से ही मिर्गी शांत हो जाती है ।
इसके
आलावा किसी बड़े व्यक्ति को मिर्गी है तो उसे अगस्त के पत्तों को सुखाकर पीसकर बारीक़ चूर्ण बना लें । इस चूर्ण में बराबर की मात्रा में काली मिर्च का चूर्ण मिलाकर गाय के मूत्र में पीसकर मिर्गी वाले रोगी को सुंघा दें । इस विधि के उपयोग से मिर्गी की बीमारी शांत हो जाती है ।
नेत्र विकार का उपचार अगस्त पेड़ से :-
आँखों
का हमारे जीवन में बहुत महत्व है । आँखों के बिना सारी
दुनिया एक सपने जैसे लगती है , अत आँखों की देखभाल करना बहुत जरूरी है, यदि इसमें कोई विकार हो जाता है तो इसका इलाज करना जरूरी है । इसका इलाज अगस्त के पौधे से भी संभव है ।
1. रतौंधी रोग में बीमार व्यक्ति
दिन में तो सही देख सकता है परन्तु रात्री में ऐसे रोगी देखने में असमर्थ होते है
. इस रोग से गर्सित व्यक्ति को
अगस्त के पौधे के फूलों की सब्जी और शाक बनाकर खाना चाहिए । इसकी सब्जी एक दिन में कम से कम दो या तीन बार खानी चाहिए इससे रात में न दिखाई देने वाला रोग ठीक हो जाता है ।
2. आँखों के बाहरी भाग में जाला छाने से धुंधला पन आ जाता है,
यदि किसी व्यक्ति को आँखों से धुंधला दिखाई देता है तो उसे अगस्त के फूलों को पीसकर उसके रस की २- ३
बून्द आँखों में डालने से आँखों का धुंधलापन ठीक हो जाता है । इस प्रयोग के नित्य नियम
से करने पर आँखों से धुंधली परत हट जाती है.
3. मनुष्य की आँखों में यदि जाला लग जाता है और उसे धुंधला दखाई देता है । तो उसे बहुत ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है । इस रोग को ठीक करने के लिए इसके पत्तो को घी में भून लें । फिर इसका सेवन करें । केवल घी का प्रयोग करने से दृष्टि मंधय का रोग ठीक होता है साथ ही साथ धुंधलापन और जाला भी कट जाता है ।
4. अगस्त
के फूलो को तोड़ते समय उसके अंदर से दो या तीन बून्द शहद निकलता है । इस शहद को आँखों में डालने से जाला मिट जाता है और साथ ही साथ आँखों का धुंधलापन ठीक हो जता है ।
5. आँखों के कई रोगों से छुटकारा पाने के लिए अगस्त के २६० ग्राम पत्तो को पीसकर इसमें एक किलोग्राम के लगभग गाय के घी में पका लें । फिर इसे शुद्ध घी के साथ ५ - १० ग्राम की मात्रा में एक दिन में दो बार खाने से आँखों के सभी सामान्य रोग ठीक हो जाते है ।
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