नकसीर की बीमारी का ईलाज : -
नकसीर रोग में नाक से खून बहने लगता है, यह बीमारी कुछ व्यक्तियों को स्थाई
होती है और कुछ को गर्मी में होती है , अगर किसी को नकसीर हो जाये तो तुरंत उसके
सिर पर ठन्डे पानी की धार लगा देनी चाहिए, ऐसा करने से कुछ ही देर में नकसीर बंद
हो जाएगी, अगर किसी व्यक्ति को नकसीर हो जाती है तो उसे सिर में पानी डालने के साथ
साथ सूखी मिट्टी में पानी डालकर उसकी खुसबू सुन्घानी चाहिए , ऐसा करने से भी नकसीर
ठीक हो जाती है , ऐसे रोगियों को चाय – कॉफ़ी इत्यादि का बिलकुल त्याग कर देना
चाहिए, और ठन्डे पदार्थों का सेवन करना जरूरी है.
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नकसीर की बीमारी का ईलाज, Nakseer Ka Upchar |
सामग्री : -
उशीरासव : - ४५० मिलीलीटर
किसी भी आयुर्वेदिक कंपनी से इस औषधी को खरीद कर इस औषधी की चार चम्मच की
मात्रा में चार चम्मच पानी मिलाकर पीये | इस प्रयोग को रोजाना सुबह और शाम खाना खाने के बाद
करे | नाक से खून निकलना बंद हो जाएगा |
सामग्री : -
अविपत्तिकर चूर्ण (aviptikar churan) : -
१०० ग्राम
अमृता सत (Amrita sat) :-
२० ग्राम
प्रवाल पिष्टी (prawal pishti) :- १० ग्राम
मुक्ता शुक्ति (mukta shukti) : -
१० ग्राम
इन सभी आयुर्वेदिक औषधियों को आपस में मिलाकर एक मिश्रण तैयार कर लें | और इस मिश्रण की एक – एक चम्मच की मात्रा को प्रतिदिन खाना खाने से पहले
ताज़े पानी के साथ , शहद के साथ या मलाई के साथ खाने से इस बीमारी से छुटकारा मिल जाता है |
नकसीर की बीमारी के लिए घरेलु नुस्खे -
इस बीमारी में मनुष्य के नाक में से खून निकलता
है | यह बीमारी ज्यादातर
गर्मी में मौसम हो होती है | क्योंकि अधिक गर्मी होने के कारण मनुष्य की धमनियों पर
प्रेशर ( दबाव ) पड़ता है जिसके कारण नाक के द्वारा खून बहने लगता है | जिस व्यक्ति को ब्लडप्रेशर
हाई होता है उसके भी नाक से खून बहने का खतरा रहता है | इस बीमारी का उपचार हम
आयुर्वेदिक घरेलु तरीके से कर सकते है | जैसे :-
1.
पीपल के 30 या ४० पत्तों को पीसकर उनका रस निकालकर उसमे
थोड़ी सी मिश्री मिलाकर पीने से आराम मिलता है | इसके आलावा पीपल के पत्तें को कूटकर इसका रस
निकाल लें | और इस रस की 5 -5
बूंद अपनी नासिकाओं में डालने से जल्दी ही नकसीर बन्द हो जाती है |
2.
दूर्वा स्वरस की 2 -4 बूंद नाक में डालने से नकसीर बन्द हो
जाती है |
3.
पीपल के पत्तो को पीसकर 5 से 10 मिलीलीटर तक रस निकाल ले | और इस रस को सुबह के समय
खाली पेट सेवन करने से खून का बहना ठीक हो जाता है |
nakseer ka matlab hai naak se khoon or blood ka bahan , aksar ye problem garmi ke season mein hoti hai, in bimariyon se chutkara paane ke liye , aise patient ko garmi ke mausam in sabhi ayurvedic ausdhiyon ke alawa peepal in sabhi prakartik or ayurvedic ausdhi ke karan aapki nakseer theek ho sakti hai, agar nakseer ho to turant thande or cold water se apne sar or head par ek dhaar bandh deni chahiye, nakseer ko theek karne ke gharlu nuskhe , home remedy for nakseer , home tips to cure nakseer in hindi,
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